कुलाध्यक्ष सम्मेलन के प्रथम दिन उद्योग और शैक्षिक संस्थानों के बीच समझौता ज्ञापनों के आदान-प्रदान के बाद भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का सम्बोधन
शुभ संध्या!
1. सर्वप्रथम,मैं आप सभी का हार्दिक स्वागत करता हूं। आज हमारे देश की उच्च शिक्षा के लिए एक महत्त्वपूर्ण दिन है। राष्ट्रपति भवन में पहली बार प्रतिभावान मानस,उद्योग प्रमुख और 114 केंद्रीय संस्थानों के शिक्षा अग्रणी उच्च शिक्षा क्षेत्र से संबंधित मुद्दों पर विचार-विमर्श के लिए एक साझे मंच पर एकत्र हुए हैं।