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जॉर्डन विश्वविद्यालय द्वारा मानद डाक्टरेट की उपाधि प्रदान करते समय भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण

speechउच्चतर शिक्षा और वैज्ञानिक अनुसंधान के महामहिम श्री लबीब अल खदरा,

जार्डन विश्वविद्यालय के अध्यक्ष महामहिम डॉ. एक्ल़िफ,

संकाय के सदस्यो और शैक्षिक समुदाय के विशिष्ट सदस्यो,

देवियो और सज्जनो,

भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी द्वारा राजभोज में राष्ट्रपति अब्बास के उद्बोधन के प्रत्युत्तर में अभिभाषण

speechमहामहिम राष्ट्रपति महमूद अब्बास, फिलस्तीन राष्ट्र के राष्ट्रपति

देवियो और सज्जनो,

एक भारतीय राष्ट्रपति की फिलस्तीन की प्रथम राजकीय यात्रा पर यहां उपस्थित होना वास्तव में एक महान अवसर है।

अल-कुड्स विश्वविद्यालय द्वारा मानद डाक्टरेट की डिग्री प्रदान करने के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी द्वारा स्वीकृति अभिभाषण

speechमाननीय प्रधान मंत्री, महामहिम श्री रामी हमदल्लाह,

माननीय शिक्षा मंत्री, महामहिम श्री साबरी सैदम,

माननीय अध्यक्ष, अल-कुड्स विश्वविद्यालय श्री इमाद अबु किशेक,

संकाय और शैक्षिक समुदाय के सदस्य,

विशिष्ट अतिथिगण,

समारोहिक स्वागत के तदुपरांत प्रेस और शिष्टमंडल के लिए भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का उद्बोधन

1. मैं आज यहां आकर बहुत प्रसन्न हूं। यह भारत के राष्ट्रपति की इज़राइल की प्रथम ऐतिहासिक राजकीय यात्रा है। मैं राष्ट्रपति रियूवेन रिवलिन और इज़राइल की जनता को मेरे और मेरे शिष्टमंडल के हार्दिक स्वागत और शानदार आतिथ्य के लिए धन्यवाद करता हूं।

2. मेरे यहां पहुंचते ही मैं याद वार्शेम गया और वहां स्मारक पर सभी पुरुषों,महिलाओं और बच्चों की स्मृति में प्रार्थना की।

3. मेरे साथ माननीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री,श्री थावरचंद गहलोत और भारत के विभिन्न राजनीतिक दलों और क्षेत्रों के प्रतिनिधि भी आए हैं। प्रख्यात शिक्षाविदों का समूह भी मेरे साथ आया है।

भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी द्वारा नेसेट में संबोधन

सलाम और नमस्ते,

माननीय यूली एडेजस्टीन, नेसेट के स्पीकर, नेसेट के सदस्यो,

महामहिम,

मैं भारतीय राष्ट्रपति के रूप में इजरायल की प्रथम राजकीय यात्रा करने में अत्यंत सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं कल से जब यहां पहुंचा हूं मुझे उस हार्दिक स्वागत और शानदार आतिथ्य का अहसास हो रहा है जो मुझे और मेरे शिष्टमंडल को मिला है। नेसेट और इजराइल की जनता के विशिष्ट प्रतिनिधियों को संबोधित करने के लिए आमंत्रण ग्रहण करना सचमुच बड़े सम्मान का विषय है। मैं भारत के लोगों की ओर से आपको हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं।

नेसेट के विशिष्ट सदस्यो,

भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का इजराइल के राष्ट्रपति द्वारा आयोजित राजभोज में अभिभाषण

इजराइल राष्ट्र के महामहिम राष्ट्रपति,श्री रियुवेन रिवलिन,श्रीमती रिवलिन

विशिष्ट देवियो और सज्जनो,

1. किसी भारतीय राष्ट्रपति द्वारा इजराइल की प्रथम राजकीय यात्रा करना वास्तव में मेरा सौभाग्य है। नोबेल विजेता शाय एग्नोन ने एक बार कहा था, ‘यदि हम हरी-भरी दूब की सुगंध,मसालों की महक,स्वादिष्ट फलों की सुवास सांसों में भरे तो हमें मधुर अनुभूति होती है।’मैं अपनी बात आपके शानदार स्वागत,हार्दिक आतिथ्य सत्कार तथा आपकी जनता की मित्रता का धन्यवाद करते हुए आरंभ करना चाहता हूं।

भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का हिब्रू विश्वविद्यालय में अभिभाषण

speech 
गवर्नर बोर्ड के अध्यक्ष, श्री माइकल फेडरमैन

हिब्रू विश्वविद्यालय, येरूशलम के अध्यक्ष,प्रो. मेनाहेम बेन सेसोन,

हिब्रू विश्वविद्यालय के रेक्टर,प्रो. एशर कोहेन,

हिब्रू विश्वविद्यालय, येरूशलम की सीनेट के माननीय सदस्यगण,

संकाय सदस्यो तथा

इस प्राचीन विश्वविद्यालय के शैक्षिक समुदायों के विशिष्ट सदस्यो,

तृतीय भारत-अफ्रीका मंच शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे राष्ट्रों, सरकारों, शिष्टमंडलों के अध्यक्षों के सम्मान में आयोजित राजभोज में भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी का संबोधन

speech1. अफ्रीका के राष्ट्र और सरकार के अध्यक्षों आप सभी का भारतीय गणराज्य के केन्द्र में आज यहां स्वागत करना मेरे लिए विशिष्ट सम्मान है। मैं आपका स्वागत न केवल गौरवपूर्ण राष्ट्रों के नेताओं के रूप में बल्कि मित्रों और भाइयों के रूप में करता हूं। भारत आपका स्वागत न केवल मुक्त भुजाओं से बल्कि मुक्त हृदय से करता है।

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