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भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का विश्व आध्यात्मिक महोत्सव में संबोधन

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का विश्व आध्यात्मिक महोत्सव में संबोधन

इस विश्व आध्यात्मिक महोत्सव में भाग लेकर मुझे आत्मिक प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है।

इस आध्यात्मिक महोत्सव का आयोजन करने के लिए मैं केंद्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय तथा श्रीराम चन्द्र मिशन की टीम के सभी सदस्यों की सराहना करती हूं।

भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का महात्मा गांधी संस्थान, मॉरीशस में संबोधन।

भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का महात्मा गांधी संस्थान, मॉरीशस में संबोधन।

आज इस शुभ दिन पर प्रतिष्ठित महात्मा गांधी संस्थान, मोका में उपस्थित होना एक बड़ा सौभाग्य और सम्मान की बात है। 12 मार्च हमारे दोनों देशों के लिए विशेष महत्व रखता है – इस दिन वर्ष 1930 में भारत में महात्मा गांधी द्वारा ऐतिहासिक दांडी मार्च का नेतृत्व किया गया था, और इस दिन को मॉरीशस के स्वतंत्रता दिवस के रूप में स्वीकार गया था। मैं इस

भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का मॉरीशस विश्वविद्यालय द्वारा मानद डॉक्टरेट उपाधि प्रदान करने के लिए आयोजित समारोह में संबोधन।

भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का मॉरीशस विश्वविद्यालय द्वारा मानद डॉक्टरेट उपाधि प्रदान करने के लिए आयोजित समारोह में संबोधन।

मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है कि मैं आज के शुभ दिन कि शुरुआत, मॉरीशस के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय में मॉरीशस राष्ट्रीय दिवस मनाकर कर रही हूं। इस महत्वपूर्ण दिवस पर, मैं सभी मॉरीशस भाइयों-बहनों को 1.4 अरब से अधिक भारतीयों की तरफ से शुभकामनाएं देती हूं, साथ ही मैं, चैंप्स डे मार्स में आज होने वाले आनंदम

भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का भारतीय राजस्व सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों द्वारा मुलाक़ात के अवसर पर संबोधन।

भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का भारतीय राजस्व सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों द्वारा मुलाक़ात के अवसर पर संबोधन।

मैं, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आप सभी को, विशेषकर यहां एकत्रित महिला अधिकारियों को शुभकामनाएं देती हूं। इस प्रतिष्ठित सेवा में आपके चयन के लिए मैं आप सब को बधाई देती हूं। भारतीय राजस्व सेवा में आपको सरकार के लिए संसाधन जुटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का अवसर मिलता है। मैं, रॉयल भूटान सेवा के उन दो अधिक

भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का भारतीय नौसेना सामग्री प्रबंधन सेवा और भारतीय नौसेना आयुध सेवा के अधिकारियों द्वारा मुलाकात के अवसर पर संबोधन।

भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का भारतीय नौसेना सामग्री प्रबंधन सेवा और भारतीय नौसेना आयुध सेवा के अधिकारियों द्वारा मुलाकात के अवसर पर संबोधन।

मैं आप सब को ऐसा करियर चुनने के लिए बधाई देती हूं जिसमें आपको भारतीय नौसेना में सेवा करने का अवसर प्राप्त होगा। आपको भारतीय नौसेना को हर समय आयुध और अन्य भौतिक संसाधनों से लैस करके राष्ट्र की सुरक्षा सुनिश्चित करनी है। इसलिए, देश के समुद्री हितों को सुरक्षा प्रदान करने वालों के लिए र

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का 45 SQUADRON और 221 SQUADRON को STANDARD तथा 11 BASE REPAIR DEPOT और 509 SIGNAL UNIT को COLOURS प्रदान करने के अवसर पर सम्बोधन

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का 45 SQUADRON और 221 SQUADRON को STANDARD तथा 11 BASE REPAIR DEPOT और 509 SIGNAL UNIT को COLOURS प्रदान करने के अवसर पर सम्बोधन

भारतीय वायु सेना की चार units को एक साथ Standard और Colours प्रदान करने के इस ऐतिहासिक अवसर पर हिंडन एयर फोर्स स्टेशन आकर मुझे हार्दिक प्रसन्नता हो रही है। मैं चारों units के सभी पूर्व और वर्तमान अधिकारियों और जवानों की देश-सेवा में महत्वपूर्ण योगदान के लिए सराहना करती हूं।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह में संबोधन

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह में संबोधन

भवताम् विश्वविद्यालय: देववाणी-संस्कृतस्य, अस्माकम् संस्कृते: च, संरक्षणं प्रसारं च करोति। अतः अस्य विश्वविद्यालयस्य दीक्षान्त-समारोहे आगत्य अहं अति-प्रसन्नताम् अनुभवामि।

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