स्वच्छ और स्वस्थ समाज के लिए आध्यात्मिक सशक्तीकरण कार्यक्रम के शुभारंभ के अवसर पर सम्बोधन

‘स्वच्छ और स्वस्थ समाज के लिए आध्यात्मिक सशक्तीकरण’ के विषय पर यह कार्यक्रम आयोजित करने के लिए मैं ब्रह्माकुमारी संस्थान की सराहना करती हूं।
‘स्वच्छ और स्वस्थ समाज के लिए आध्यात्मिक सशक्तीकरण’ के विषय पर यह कार्यक्रम आयोजित करने के लिए मैं ब्रह्माकुमारी संस्थान की सराहना करती हूं।
आज Diploma, Doctorate और Fellowship की उपाधियां प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को मैं बधाई देती हूं। स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों की मैं विशेष सराहना करती हूं।
भारतीय आर्थिक सेवा के प्रिय अधिकारियो,
Homoeopathy से जुड़े सभी लोगों को आज मैं World Homoeopathy Day की हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं। चिकित्सकों, अनुसंधान-कर्ताओं, औषधि निर्माताओं, शिक्षकों, विद्यार्थियों तथा Homoeopathy में रुचि रखने वाले अन्य लोगों का इतनी बड़ी संख्या में यहां उपस्थित होना इस चिकित्सा पद्धति के व्यापक प्रभाव का प्रमाण है। साथ ही, यह Homoeopathy के उज्ज्वल भविष्य का संकेत भी है।
प्यारे अधिकारियों,
मैं, आप सबको आपकी पदोन्नति और भारतीय प्रशासनिक सेवा में शामिल होने के लिए बधाई देती हूं। आईएएस अधिकारियों के रूप में, आपकी सेवा को अखिल भारतीय आयाम मिलता है और जिम्मेदारी बहुत अधिक बढ़ जाती है।
इस विश्व आध्यात्मिक महोत्सव में भाग लेकर मुझे आत्मिक प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है।
इस आध्यात्मिक महोत्सव का आयोजन करने के लिए मैं केंद्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय तथा श्रीराम चन्द्र मिशन की टीम के सभी सदस्यों की सराहना करती हूं।