स्टार्ट अप, इन्क्यूबेशन और वित्तीय नवान्वेष के बारे में परामर्श और नीति संवाद पर नेताओं के साथ राष्ट्रपति के सम्मुख गोलमेज चर्चा से उत्पन्न प्रमुख सिफारिशों के प्रस्तुतिकरण पर भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण
मैं यहां आपके बीच एक सप्ताह लंबे ‘नवोन्वेष उत्सव’ के समापन पर उपस्थित होकर खुश हूं। इस उत्सव में अलग-अलग स्टेक होल्डरों के बीच भावनात्मक आदान-प्रदान और सहयोग सम्पन्न हुए हैं। मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से, सबसे प्रसन्नता की बात यह है कि हम राष्ट्रपति भवन में हमारी अर्थव्यवस्था और समाज में नवान्वेषण संस्कृति गहन करने की दिशा में एक पारितंत्र के संवाद और सृजन की सुविधा जुटा सके