भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का भारतीय रेलवे की विभिन्न सेवाओं के प्रोबेशनर्स द्वारा मुलाक़ात के अवसर पर संबोधन
भारतीय रेलवे की विभिन्न सेवाओं के प्यारे प्रोबेशनर्स,
भारतीय रेलवे की विभिन्न सेवाओं के प्यारे प्रोबेशनर्स,
मैं, आप सभी का राष्ट्रपति भवन में स्वागत करती हूं। कल ही मैं, इसी सभागार में आपके वरिष्ठ बैच के युवा और प्रतिभाशाली अधिकारियों से मिली थी।
‘आयुष्मान भव’ जैसी सर्व-समावेशी पहल के लिए मैं डॉक्टर मनसुख मांडविया जी तथा उनकी पूरी टीम की बहुत सराहना करती हूं। कोई भी व्यक्ति पीछे न छूटे तथा कोई भी गांव पीछे न छूटे यानी शत-प्रतिशत लोग स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सकें, यह लक्ष्य सही अर्थों में Universal Health Coverage के उद्देश्य को प्राप्त करने में हमारे देश को सफल बनाएगा।
भारत के लोगों, सरकार, और अपनी ओर से, मैं महामहिम और आपके प्रतिनिधिमंडल का राष्ट्रपति भवन में हार्दिक स्वागत करती हूं।
सबसे पहले, मैं आप सभी को सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण करने और इस प्रतिष्ठित सेवा में आने के लिए बधाई देती हूं। जैसे-जैसे भारत अमृत काल में आगे बढ़ रहा है, आप सब अधिकारियों पर देश में अधिक पारदर्शी, जवाबदेह और कुशल शासन प्रणाली तैयार करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देने की एक बड़ी जिम्मेदारी है।
महान शिक्षाविद्, असाधारण शिक्षक और भारत के पूर्व राष्ट्रपति, डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की आज जयंती मनाई जा रही है। वे चाहते थे कि उनके जन्मदिन को ‘शिक्षक दिवस’ के रूप में मनाया जाए। उस श्रेष्ठ विचारक और शिक्षक की पावन स्मृति को मैं सादर नमन करती हूं।
आज उपाधियां प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को मैं हार्दिक बधाई देती हूं। उनके माता-पिता और अभिभावकों को भी मैं बधाई देती हूं। विद्यार्थियों की सफलता में योगदान देने के लिए प्राध्यापकों तथा विश्वविद्यालय की टीम के सदस्यों की मैं सराहना करती हूं।