भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का भारत के उच्चतम न्यायालय द्वारा आयोजित संविधान दिवस समारोह के उद्घाटन के अवसर पर संबोधन

महान राष्ट्रीय महत्व के अवसर, संविधान दिवस पर आपके बीच आकर मुझे प्रसन्नता हो रही है। आज, हम उस दिन को याद करते हैं, जब लगभग तीन वर्ष के विचार-मंथन के बाद 1949 में भारत की संविधान सभा द्वारा संविधान को अपनाया गया था।