देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के वार्षिक दीक्षांत समारोह के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर के स्वर्ण जयंती वर्ष में मनाए जा रहे वार्षिक दीक्षांत समारोह के लिए आज यहां उपस्थित होना मेरे लिए प्रसन्नता की बात है। मैं उन सभी विद्यार्थियों को बधाई देता हूं जिन्होंने आज अपनी उपाधियां और पदक प्राप्त किए हैं।
1964 में इंदौर विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित देवी अहिल्या विश्वविद्यालय हमें महान शासक देवी अहिल्याबाई होल्कर की याद दिलाता है जो मालवा की एक दयालू शासक थीं और आज भी उन्हें अत्यधिक सम्मान दिया जाता है। विश्वविद्यालय के साथ उनका नाम जुड़ने से विश्वविद्यालय पर उच्च शिक्षा को समाज सेवा के साथ मिलाने का भारी दायित्व आ गया है।