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भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का सूरीनाम में भारतीयों के आगमन के 150 वर्ष पूरे होने के अवसर पर संबोधन

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का सूरीनाम में भारतीयों के आगमन के 150 वर्ष पूरे होने के अवसर पर संबोधन

आज यहां इस सुंदर और सुप्रसिद्ध Independence Square में आकर मुझे बहुत खुशी हो रही है। आपके द्वारा मेरे और समस्त प्रतिनिधिमंडल के उत्साहपूर्ण स्वागत और आतिथ्य से मैं अभिभूत हूं। मैं, भारत में आपके भाइयों और बहनों की ओर से शुभकामनाएं प्रेषित करती हूं। आपके देश की यह मेरी पहली यात्रा है और आज का दिन एक विशेष अवसर है।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का सूरीनाम के राष्ट्रपति द्वारा आयोजित राजकीय भोज में सम्बोधन

राष्ट्रपति द्वारा आयोजित राजकीय भोज में सम्बोधन सूरीनाम में आप सबके साथ होना मेरे और मेरे प्रतिनिधि मण्डल के लिए एक बेहद सुखद अनुभव है। आप सब के प्यार भरे स्वागत और आतिथ्य से हम अभिभूत हैं। मैं इस अवसर पर भारत के 140 करोड़ से अधिक लोगों की ओर से, सूरीनाम के हमारे भाइयों और बहनों के लिए स्नेह संदेश और शुभकामनाएं लायी हूं ।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में सम्बोधन (HINDI)

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में सम्बोधन (HINDI)

आज Ph.D. की उपाधि प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को मैं हार्दिक बधाई देती हूं। यह उपलब्धि आप सबके गहरे अध्ययन और शोध का परिणाम है। इसके लिए मैं आप सबकी, और सभी Research Supervisors की सराहना करती हूं।

भारत की माननीया राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का भारतीय राजस्व सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों और केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग के सहायक कार्यकारी अभियंताओं द्वारा भेंट के अवसर पर संबोधन

मैं आप सभी का राष्ट्रपति भवन में स्वागत करती हूं और प्रतिष्ठित सरकारी सेवाओं में आपके चयन पर आप सभी को हार्दिक बधाई देती हूँ।

कठिन चयन प्रक्रिया को पूरा करके सरकारी सेवा में शामिल होने का आपका निर्णय, सार्वजनिक सेवा के प्रति आपके समर्पण और उत्साह को दर्शाता है। सरकारी सेवा में शामिल होने के लिए यह एक अच्छा समय है। भारत की स्वतंत्रता के शताब्दी वर्ष तक 'अमृत काल' में राष्ट्र के विकास और आपका करियर साथ चलेंगे। मुझे विश्वास है कि आप इस अवसर को यादगार और महत्वपूर्ण बनाएँगे।

भारतीय राजस्व सेवा के प्रिय प्रशिक्षु अधिकारियों,

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का झारखंड राज्य सरकार द्वारा आयोजित नागरिक अभिनंदन समारोह में सम्बोधन

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का झारखंड राज्य सरकार द्वारा आयोजित नागरिक अभिनंदन समारोह में सम्बोधन

झारखंड की इस धरती को मैं प्रणाम करती हूँ। आप सबके स्नेहपूर्ण स्वागत ने मुझे भाव-विभोर कर दिया है। उत्साह से भरे ऐसे स्वागत के लिए मैं राज्यपाल महोदय, मुख्यमंत्री महोदय, राज्य सरकार की पूरी टीम और झारखंड के सवा-तीन करोड़ से अधिक निवासियों को दिल से धन्यवाद देती हूं।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का IIIT रांची के दूसरे दीक्षांत समारोह में

Indian Institute of Information Technology, रांची के दीक्षांत समारोह क अवसर पर आज आप सब के बीच आकर मुझे हार्दिक प्रसन्नता हो रही है। मैं इस Institute of National Importance से आज उपाधि प्राप्त करने वाले सभी 109 विद्यार्थियों और पदक विजेताओं को हार्दिक बधाई देती हूं। मुझे यह देखकर विशेष प्रसन्नता हुई है कि कुल 10 medal और शील्ड विजेताओं में से 8 छात्राएं हैं। छात्राओं की यह उपलब्धि विशेष इसलिए भी है क्योंकि कुल विद्यार्थियों में छात्राओं की संख्या बहुत कम है फिर भी उन्होंने 80 प्रतिशत medal और शील्ड प्राप्त किये हैं। में सभी छात्राओं को बहुत बधाई देती हूँ। मैं इस अवसर पर सभी विद्यार्थियों के

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का महिला सम्मेलन में सम्बोधन

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का महिला सम्मेलन में सम्बोधन

खूंटी की इस पवित्र धरती पर आकर मैं स्वयं को धन्य महसूस कर रही हूं। पिछले वर्ष, 15 नवम्बर को धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा के गांव उलिहातू में जाने और उनकी प्रतिमा को पुष्पांजलि अर्पित करने का सौभाग्य मुझे मिला था। सभी देशवासियों की ओर से, मैं भगवान बिरसा की जन्म-स्थली तथा क्रांतिकारियों की बलिदान-स्थली खूंटी की इस पवित्र धरती को नमन करती हूं।

भारत की माननीया राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का झारखंड उच्च न्यायालय के नए भवन के उद्घाटन के अवसर पर संबोधन

आज यहां आपके बीच आकर मुझे प्रसन्नता हो रही है। झारखंड के लोगों से मेरा पुराना नाता रहा है और उनका गर्मजोशी से स्वागत करना मुझे अद्भुत लगता है। मैं आप सभी के गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए और मैं एक बार फिर घर पर आ गई हूं, मुझे ऐसा महसूस कराने के लिए मैं आप सब की आभारी हूं।

भारत की माननीया राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का भारतीय सिविल लेखा सेवा के अधिकारियों द्वारा मुलाकात के अवसर पर संबोधन


भारतीय सिविल लेखा सेवा के प्रिय अधिकारियों,

सबसे पहले, मैं आप सभी को प्रतिष्ठित भारतीय सिविल लेखा सेवा में चयन के लिए बधाई देती हूं। आप देश के वित्तीय प्रशासन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। सिविल  सेवकों से यह अपेक्षा की जाती है वे नैतिकता और प्रवीणता के उच्चतम मानकों को बनाए रखें। आप सभी युवा सिविल सेवकों से अपेक्षा है कि वे उत्कृष्टता से सार्वजनिक प्रशासन करेंगे और संविधान में निहित मूल्यों को बनाए रखेंगे।

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