भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का लखपति दीदी सम्मेलन में सम्बोधन(HINDI)
गौरवमय परम्पराओं की भूमि राजस्थान में आकर मुझे अत्यन्त हर्ष का अनुभव हो रहा है। राजस्थान वीरता की परंपरा के साथ ही अपनी इंद्रधनुषी संस्कृति, अध्यात्म, खान-पान, वेश-भूषा, लोक-संगीत और नाटक, स्थानीय चित्रकला आदि के लिए भी प्रसिद्ध है। राजस्थानवासी ‘पधारो म्हारे देस’ की भावना से अतिथि-सत्कार के लिए जाने जाते हैं। इस राज्य ने शांति, सद्भाव और भक्ति के अनेक आदर्श प्रस्तुत किए हैं जिसमें गरीब-नवाज़ ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती, मीरा बाई और पन्ना धाय जैसे महान उदाहरण हैं। इस धरती को मैं नमन करती हूं।