पैराग्वे के राष्ट्रपति महामहिम सैंटियागो पेन्या पलासियोस के सम्मान में आयोजित भोज में भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का अभिभाषण (HINDI)
राष्ट्रपति भवन : 02.06.2025


आज भारत की पहली राजकीय यात्रा पर पैराग्वे के महामहिम राष्ट्रपति पेन्या और उनके प्रतिनिधिमंडल का राष्ट्रपति भवन में स्वागत करते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है।
यह एक ऐतिहासिक अवसर है। 1961 में हमारे दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के बाद से यह भारत में पैराग्वे से राष्ट्रपति स्तर की केवल दूसरी यात्रा है।
हमारे दोनों देशों के बीच मधुर और मैत्रीपूर्ण द्विपक्षीय संबंध हैं जो आपसी विश्वास, लोकतांत्रिक मूल्यों, और हमारे लोगों की प्रगति और विकास के प्रति प्रतिबद्धता की नींव पर आधारित हैं। हमारे दोनों देश उन सिद्धांतों पर अडिग रहे हैं जिन्हें हम महत्वपूर्ण मानते हैं और ये सिद्धांत हमारे सभ्यतागत मूल्यों और ऐतिहासिक अनुभवों में निहित हैं।
पिछले छह दशकों में ये संबंध क्रमश: मजबूत हुए हैं और आज आपकी यात्रा के साथ ये और भी नई ऊंचाइयों को छूने के लिए तैयार हैं।
महामहिम,
पैराग्वे Latin America में colonial शासन से लड़ने वाला पहला देश था। जहाँ आपका स्वतंत्रता संघर्ष अन्य Latin American देशों के लिए प्रेरणा स्रोत बन गया वहीं भारत के स्वतंत्रता संग्राम ने Asia और Africa के अन्य देशों के संघर्षों को ऊर्जा और शक्ति प्रदान की।
हमारे दोनों देशों के लोगों में स्वतंत्रता के लिए लड़ने की प्रबल भावना है। दोनों देश शांति, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता बनाए रखने और अपने देशों के लोगों की समृद्धि और कल्याण के लिए काम करने को महत्व देते हैं।
महामहिम,
मैं आपकी सरकार द्वारा पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करने, भारत के लोगों और अपने परिवार के सदस्यों को खोने वाले सभी लोगों के प्रति गहन संवेदना और एकजुटता व्यक्त करने के लिए आपको धन्यवाद देती हूँ।
भारत 'वसुधैव कुटुम्बकम्' के सिद्धांत में विश्वास करता है, जिसका अर्थ है "विश्व एक परिवार है" और वह मानवता की प्रगति और विकास के लिए समान विचारधारा वाले हर देश के साथ काम कर रहा है।
इस प्रयास में पैराग्वे कई बहुपक्षीय अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का लगातार समर्थक और सहयोगी रहा है। हम आतंकवाद के खतरे से निपटने, Global South के हितों और आवाज को बढ़ावा देने तथा हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित, शांतिपूर्ण और sustainable भविष्य सुनिश्चित करने के भारत के प्रयासों में आपके निरंतर समर्थन के लिए आपको धन्यवाद देते हैं।
महामहिम,
आज सुबह आपने हमारे प्रधानमंत्री जी के साथ विस्तृत चर्चा की और हमारे द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं की समीक्षा की। अपनी यात्रा के दौरान आपने देखा होगा कि भारत ने शिक्षा, infrastructure, IT, digital public infrastructure, रक्षा, अंतरिक्ष, AI और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है।
मुझे बताया गया है कि पैराग्वे में पिछले एक साल में आपने भी शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य, infrastructure के क्षेत्र में innovative योजनाएं शुरू की हैं जिनमें स्कूली बच्चों के भोजन का कार्यक्रम भी शामिल है। भारत इन क्षेत्रों में अपने अनुभव को पैराग्वे और पूरे Global South के साथ साझा करने के लिए तैयार है। इन क्षमताओं का लाभ उठाकर दोनों देश मानवता की प्रगति और कल्याण को आगे बढ़ाने के लिए मिलकर काम कर सकते हैं।
हमारे दोनों देश भौगोलिक दृष्टि से भले ही दूर हों लेकिन हमारे साझा मूल्य और आकांक्षाएं हमें जोड़ती हैं। हम एक दूसरे से बहुत कुछ सीख सकते हैं। पैराग्वे में समृद्ध और विविध जनजातीय विरासत है। भारत की तरह आपके देश में भी कला, संगीत, भाषा, भोजन की इन अनमोल परंपराओं को भविष्य की पीढ़ियों के लिए संरक्षित किया जा रहा है। मुझे आशा है कि आज पैराग्वे से आए हमारे मित्र, भारत की सांस्कृतिक परंपराओं के सुर और स्वाद का आनंद ले पाएंगे।
महामहिम,
मैं हमारे देशों के बीच मित्रता को मजबूत करने के लिए आपकी प्रतिबद्धता की हृदय से सराहना करती हूँ। हम भी राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में अपने सहयोग को गहरा करने और अपने लोगों को करीब लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। मुझे विश्वास है कि भारत की आपकी राजकीय यात्रा हमारे संबंधों में एक नए अध्याय की शुरुआत करेगी, जिससे हमारे दोनों देशों के लोगों को लाभ होगा।
इन शब्दों के साथ, महामहिम, देवियो एवं सज्जनो, आइए हम सब मिलकर:
- महामहिम राष्ट्रपति पेन्या के अच्छे स्वास्थ्य और कल्याण,
- पैराग्वे के लोगों की निरंतर प्रगति और समृद्धि, तथा
- भारत और पैराग्वे के बीच मित्रता को हमेशा बनाए रखने के लिए, अपनी शुभकामनाएं व्यक्त करें।
धन्यवाद।
*****