भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का भारतीय सांख्यिकी सेवा, भारतीय कौशल विकास सेवा और केंद्रीय इंजीनियरिंग सेवा (सिविल, विद्युत एवं यांत्रिक) के परिवीक्षाधीन अधिकारियों द्वारा मुलाकात के अवसर पर संबोधन

Rashtrapati Bhavan : 29.09.2025

डाउनलोड : भाषण भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का भारतीय सांख्यिकी सेवा, भारतीय कौशल विकास सेवा और केंद्रीय इंजीनियरिंग सेवा (सिविल, विद्युत एवं यांत्रिक) के परिवीक्षाधीन अधिकारियों द्वारा मुलाकात के अवसर पर  संबोधन(हिन्दी, 195.64 किलोबाइट)

भारतीय सांख्यिकी सेवा, भारतीय कौशल विकास सेवा और केंद्रीय इंजीनियरिंग सेवा के प्रिय परिवीक्षाधीन अधिकारियो,

मैं, आप सबको प्रतिष्ठित यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए हार्दिक बधाई देती हूँ। आप सभी ने जन सेवा के माध्यम से सार्थक योगदान का मार्ग चुना है। आप सबको महत्वपूर्ण भूमिक निभानी है और अपने-अपने क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव लाने हैं।

आप सभी  'ग्रुप ए' केंद्रीय सेवाओं से संबंधित हैं। जैसा कि आप सभी जानते हैं, आप अपने-अपने विभागों में सबसे वरिष्ठ पद पर कार्यभार संभालेंगे। आप सबको नीति को लागू करने के साथ-साथ प्रभावी फीडबैक प्राप्त करके नीति निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। आप सबको सेवा और सबके विकास, विशेषकर कमजोर और हाशिए पर पड़े वर्गों के विकास के प्रति प्रतिबद्ध रहते हुए देश के विकास को गति प्रदान करनी है ।

भारतीय सांख्यिकी सेवा के प्रिय परिवीक्षाधीन अधिकारियो,

प्रभावी शासन में मूल्यांकन योग्य और परिमाणात्मक संकेतकों का बहुत महत्व है। दृढ़ नीति निर्माण और उसका कार्यान्वयन सटीक सांख्यिकीय विश्लेषण पर निर्भर है। आज के डेटा-प्रधान विश्व में, सांख्यिकी की प्रासंगिकता और अधिक हो जाती है। हम भारत की वैश्विक रैंकिंग की बात करें, या दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में भारत की स्थिति की बात करें - ये सभी कथन सांख्यिकीय साक्ष्यों पर आधारित हैं। सांख्यिकीय अधिकारियों के रूप में, आधिकारिक आँकड़ों के संकलन और विश्लेषण में आपकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। आप सबका कार्य सरकारी और गैर-सरकारी हितधारकों का सहयोग करना है। आपके कार्य में सांख्यिकीय विधियों की पूरी जानकारी होना जरूरी है, जिसका प्रयोग आप देश के बढ़ते आँकड़ों और सूचना संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए करना होता है।

भारत अब सामाजिक-आर्थिक और डिजिटल परिवर्तन के एक नए युग में प्रवेश कर चुका है। उभरती प्रौद्योगिकियों का शासन में प्रयोग बढ़ा है इससे शासन में पारदर्शिता और दक्षता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इन तकनीकी पहलों से डेटा का एक सतत प्रवाह बना है जिससे सरकार सुविचारित और प्रभावी निर्णय ले पा रही है।

आप सब जानते हैं कि सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के विभिन्न स्कंध मुख्य वृहद-आर्थिक संकेतक और अन्य महत्वपूर्ण डेटा सेट नियमित रूप से जारी करते हैं। देशवासियों और देश की प्रगति के लिए योजना और नीति निर्माण में सहायक डेटा की विश्वसनीयता, सटीकता और प्रासंगिकता सुनिश्चित करने के लिए आपकी विशेषज्ञता आवश्यक है।

भारतीय कौशल विकास सेवा के प्रिय परिवीक्षाधीन अधिकारियो,

देश के आर्थिक विकास और सामाजिक प्रगति के लिए कौशल और ज्ञान होना बहुत आवश्यक हैं। जिन देशों के पास उच्च कुशल कार्यबल होता है, वे दुनिया के सामने आने वाली चुनौतियों का सामना करने में सक्षम होते हैं और विकास के विभिन्न क्षेत्रों में प्राप्त होने वाले अवसरों का बेहतर तरीके से लाभ उठा पाते हैं। जैसे-जैसे भारत प्रौद्योगिकी-संचालित विकास पथ पर आगे बढ़ रहा है, यह आवश्यक है कि हमारे युवाओं के पास उन्नत तकनीकी कौशल हों और वे उन्हें अपनाएँ भी।

हम जानते हैं कि पूरे देश में कौशल विकास पहलों के प्रभावी, कुशल और समन्वित कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए आईएसडीएस की स्थापना की गई थी। मुझे विश्वास है कि आप सब अधिकारी विशिष्ट कौशल प्रशासक बनेंगे और एक बलशाली और भविष्य के लिए तैयार कार्यबल का स्वरूप निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। भारत को विश्व का कौशल केंद्र बनाने में आप सबको महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है।

केंद्रीय इंजीनियरिंग सेवा के प्रिय परिवीक्षाधीन अधिकारियो,

आप सभी के लिए यह गर्व की बात है और आप सभी को एक अवसर भी मिला है कि आप सब 171 वर्षों की गौरवशाली विरासत वाले सबसे पुराने केंद्रीय सरकारी इंजीनियरिंग संगठन की सेवा करेंगे। औपनिवेशिक काल में स्थापित, सीपीडब्ल्यूडी ने बाद में राष्ट्रीय विकास के माध्यम के रूप में कार्य किया। सीपीडब्ल्यूडी ने राष्ट्र के विकास में लगातार महत्वपूर्ण योगदान दिया है। तथापि, तेजी से हो रहे परिवर्तन और नई-नई प्रौद्योगिकियों के आज के समय में सीपीडब्ल्यूडी को नवीन दृष्टिकोणों को अपनाते हुए निरंतर विकास करना होगा।

इंजीनियरों की देश की तकनीकी प्रगति और आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका होती है। आप सबको जानकारी के बढ़ते क्षेत्र और तेज़ी से विकसित हो रही तकनीकों को साथ लेकर आगे बढ़ना चाहिए। सरकार बड़े पैमाने पर बुनियादी ढाँचे के विकास पर ध्यान दे रही है और इससे इंजीनियरिंग क्षेत्र में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। केंद्रीय लोक निर्माण विभाग जैसे संगठनों से इन पहलों को सुदृढ़ तकनीकी आधार प्रदान करना है। यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि विकास सतत हो। मुझे यह जानकर खुशी हो रही है कि सीपीडब्ल्यूडी केंद्र सरकार की बहुत सी इमारतों पर सोलर

रूफटॉप पैनल लगा रहा है और ऊर्जा उत्पन्न करने में अक्षम विद्युत प्रणालियों को हटाकर पर्यावरण-अनुकूल उपाय अपना रहा है।

प्रिय परिवीक्षार्थियो,

मैं आपसे आग्रह करना चाहूंगी कि आप हमेशा समाज के वंचित वर्गों की प्रगति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से कार्य करें। आपके द्वारा चुने गए विकल्प और आपके द्वारा धारण किए गए मूल्य और आपके कार्य के प्रति समर्पण से लोगों के जीवन पर प्रभाव पड़ेगा। आप सब लगन और निष्ठा से सेवा करें और ऐसे राष्ट्र के निर्माण में योगदान दें जो अधिक समृद्ध, स्थिति-स्थापक और समावेशी हो। आप सबको अपने निष्ठापूर्वक प्रयासों से भारत को दुनिया के सामने शक्ति और प्रगति का एक आदर्श बनाना है। मुझे विश्वास है कि आप भारत को एक समावेशी और विकसित देश बनाने के लिए प्रतिबद्धता और उत्साह के साथ कार्य करेंगे। आप सबके उज्ज्वल भविष्य के लिए मेरी शुभकामनाएँ।

धन्यवाद!
जय हिंद!
जय भारत!

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