राष्ट्रपति मुखर्जी ने बेलारूस तथा भारत की कंपनियों का आह्वान किया कि वे आपसी संपर्क बढ़ाएं
05-06-2015
भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने कल (04जून2015) मिंस्क में बेलारूस चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री तथा फिक्की-सीआईआई द्वारा आयोजित बेलारूस-भारत व्यापार मंच को संबोधित किया।
भारत और बेलारूस के प्रमुख व्यावसायिक प्रतिनिधियों की सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति जी ने कहा कि व्यापार,निवेश तथा आर्थिक सहयोग,भारत एवं बेलारूस के वर्तमान संबंधों में सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से हैं। जब हम अपने द्विपक्षीय संबंध को उन्नत करना चाहते हैं तब इन संबंधों को रूपांतरित करने और उनको ऊर्जा प्रदान करने की अधिकतम क्षमता इन व्यावसायिक समुदायों के पास है।
राष्ट्रपति जी ने कहा कि द्विपक्षीय सहयोग को और अधिक ऊर्जा प्रदान करने की दृष्टि से भारत-बेलारूस साझीदारी पर एक सारगर्भित तथा केंद्रित खाका जारी किया गया है। इस खाके में हमारे भावी सहयोग के लिए प्रमुख सेक्टरों की पहचान की गई। इन क्षेत्रों में परंपरागत तथा लघु स्तरीय विद्युत उत्पादन, नवीन तथा नवीकरणीय ऊर्जा,धातुकर्म तथा खनन,रक्षा, वाहन तथा कृषि इंजीनियरी, फार्मास्यूटिकल, वस्त्र,कृषि और खाद्य प्रसंस्करण शामिल हैं। ये सभी सेक्टर-निवेश के अच्छे अवसर प्रदान करते हैं। यह संपूर्ण सूची नहीं है परंतु केवल उन क्षेत्रों को इंगित करती है जहां तालमेल के तत्काल तथा अच्छे अवसर उपलब्ध हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत बेलारूस को परस्पर सम्मत सेक्टरों में संयुक्त परियोजनाओं को बढ़ावा देने के लिए100 मिलियन अमरीकी डालर का ऋण देगा।
राष्ट्रपति जी ने भारत और बेलारूस की कंपनियों का आह्वान किया कि वे अपना संपर्क दोनों देशों में आयोजित व्यापार मेलों तथा राष्ट्रीय,अंतरराष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय प्रदर्शनियों में बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि कंपनियों को दोनों सरकारों की अंतरराष्ट्रीय निविदाओं में और सक्रिय होकर भाग लेने का प्रयास करना चाहिए और दोनों ओर की सरकारी एजेंसियां यह सुनिश्चित करने के लिए सूचना के आदान-प्रदान में बढ़ोतरी करें,जिससे यह साकार हो सके।
यह विज्ञप्ति1050बजे जारी की गई।

 
		                      
					 
                                 
                                 
                                 
								 
                                